•   Thursday, August 28

कोरोना अमिताभ वाला..!! बरखा मुणोत, नागपुर

जी हाँ, मैं कोरोना  हूँ। वहीं कोरोना जिसने 2020 के प्रारंभ में ही आप के भारत में दस्तक दे दी थी। शुरु -शुरु में  मेरा संक्रमण  धीमी गति से चल रहा था। आप सब ने पूरी तैयारी की थी मुझसे लड़ने की।जिसमे बहुत हद तक सफलता भी मिली। सब ने अपना पुरा समय अपने घरों में अपने परिवार के साथ बिताया। लॉक डाउन किया गया। धीरे धीरे  वो भी अनलॉक हो गया। समय के साथ अब आकड़ो  में  मेरा जिक्र होने लगा।कहाँ क्या हुआ...कितने लोगों को हुआ...क्या  किया जा रहा है..? ये सब भी  आंकड़ो में  ही बताने लगे।जब तक सब शासन के बनाए नियमों का पालन कर  रहे थे, तब तक सारी व्यवस्था ठीक चल रहा था। पहले लोगो को मेरा ख़ौफ हुआ करता था, मुझसे डर लगा करता था। देखते ही देखते  वो दिन भी आ गया कि, डर भी रफू चक्कर हो गया।मास्क और सेनिटाइजर ने दूरी बनाने में मदद की।  लेकिन , कौन जानता था कि इनकी आड़ लेकर लोग पार्टी ,मौज मस्ती की  इंतजाम कर  मजे करेगें और नियमों को भी तोड़  मुझे खुद आमंत्रण देगें। मीडिया अख़बार सब जगह जैसे मैं ही छाया था, सुबह की चाय , बात चीत का विषय हर बात में मेरा जिक्र। टाइम बदला मेरी जगह नियमों का उल्लंघन करने वालो ने ली और दबे पाव से मैं हर जगह जा पहुँच।इस बीच लोग मुझे भूलने भी लगे थे, अपने काम से बाहर निकलने लगे थे। सरकार ने सक्ती बरती पर अब कोई सुनने वाला न था। ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ जी मानो सब से यही बोल रहे हो,  मेरे अंगने  में,तुम्हारा क्या काम है..? उनकी तिखी आवाज मुझे डर रही थी जैसे वो मुझे कह रहे हो," अरे दिवानो , मुझे पहचानो , कहा से आया मैं हु कौन? मैं हु डॉन..मैं हूं डॉन.."! उनकी फिल्म का ये गाना मैं भी गुनगुनाने लग गया। और फिल्मों की नगरी में सैर करने लगा। ये नगरी अजब गजब है।यहां  सब की दुनिया में  मेरे नाम का कोहराम था। दिन गुजरे और एक दिन पूरी दुनिया को मैंने हिला  कर रख दिया। मेरा संक्रमण महा नायक अमिताभ बच्चन जी को हो गया। आज से मेरी पहचान बदल गई। मेरे नाम का रूपांतरण हुआ। क्या कहते है आप नामकरण हुआ। अब तक मैं कोरोना ही था पर आज मेरा नाम बदल गया अब मैं अमिताभ वाला कोरोना हो गया। मोदी जी की स्टाइल में कहे तो, मैं भी अब लोकल से वोकल हो गया था। अब तक बहुत लोग संक्रमण से प्रभावित हुए पर महानायक को संक्रमण  क्या हुआ, मानो दुनिया हिल गई हों। पल पल की  ख़बरों में मुझसे ज्यादा अमिताभ जी का जिक्र हो रहा था।  अमिताभ जी  की तरह ही आम लोगो को भी ये संक्रमण हुआ , लेकिन मीडिया ने और बाकी सब चैनल ने  संक्रमण को  इतना महत्व नही दिया ,जितना अमिताभ बच्चन को दिया। कुछ देर तो मैं भी सोच में पड़ गया।ये  ऐसा कैसे न्याय है, प्रॉब्लम एक ही पर चिंता किसी एक  की। मैं ये नही बोल रहा कि, मैं  उनसे नाराज हु या उनकी प्रसन्नता से जल रहा हु। मेरा कहना तो बस यही है कि, मैं सिर्फ कोरोना रहना चाहता हूँ, अमिताभ वाला कोरोना नहीं। संक्रमण संक्रमण होता है इसमें कोई बड़ा छोटा नही होता। बस टाइम किसी को बोल कर नही आता। इसलिए घर में रहे , स्वस्थ रहे, मस्त रहे...।।